सिवाना विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की फुट तो जग जाहिर है ही लेकिन इस बार भाजपा की राह भी आसान नही ?
हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस की जाजम तो बिखरी हुई है ही ,लेकिन भाजपा की भी साफ सुथरी देखी नही जा रही है
सिवाना न्यूज अपडेट@सिवाना
जब भी प्रदेश में विधानसभा के चुनावो की आहट शरू होती है सिवाना के कांग्रेस नेताओ की जुबानी जंग शरू हो जाती है अक्षर ऐसा देखने को मिल जाता है एवम पिछले 20 वर्षों के चुनावी माहौल को देखे तो आरोप गलत भी नहीं है। खामियाजा कांग्रेस खुद ही भुगत रही है लेकिन इस बार चुनावी आहट के साथ भाजपा में भी अंतर्कलह सुनाई दे रही है ?
टिकटो का बंटवारा अभी दूर की कौड़ी है इससे पूर्व ही दोनो राष्ट्रीय पार्टियों के नेताओ में टिकट की चाहत को लेकर आपसी कलह खुलकर मैदान में आ खड़ी हो गई है । अंतर्कलह के बावजूद भाजपा टिकट बंटवारे के बाद साफ सुथरी जाजम बिछा भी लेंगे लेकिन कांग्रेस की जाजम बिछ जाए ऐसा दूर दूर तक नजर नहीं आ रहा है जिसका खामियाजा एक बार फिर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भुगतान पड़ सकता है ।
दोनो तरफ की अंतर्कलह को देखे तो इस बार चुनावी बाजी नेताओ के हाथ से खिचक कर जनता के हाथों में जा चुकी है ,दोनो पार्टियों के आलाकमानो को भी टिकट बंटवारे में सोच समझकर कदम उठाना होगा नही तो खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। राष्ट्रीय नेतृत्व सहित पर्यवेक्षको को भी जनमानस की आवाज को सुनकर टिकट बंटवारे में फैसला करवाना होगा ।
प्रभारियों व पर्यवेक्षको ने जनमानस की आवाज व भावनाओ को दबाकर कोई गलत फैसला किया तो दोनों पार्टियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है उनको यह भी ज्ञात रखना होगा कि एक गलत निर्णय आसपास की तीन से चार सीटों पर जनता मेहदी के हाथ साबुन से धुलवा सकती है।
Social Plugin