*अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को*
“नींव - लड़कियां भागे सबसे आगे” कार्यक्रम के तहत बालिकाएं दौड़ेगी 5 किलोमीटर
सिवाना न्यूज अपडेट@बालोतरा, 28 फरवरी
जिले में किशोरी बालिकाओं के शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत जिला कलक्टर श्री सुशील कुमार यादव के मार्गदर्शन में ‘नींव - लड़कियां भागे सबसे आगे’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
जिले में यह पहल किशोरी बालिकाओं के शारीरिक, मानसिक एवं भावनात्मक विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। वर्तमान में यह कार्यक्रम बालोतरा, कल्याणपुर, सिवाना, समदड़ी, पुनियो का तला (गिड़ा), सारणों का तला (सिणधरी), पाबूजी की ओरण (पायलाकला), बायतु और पाटोदी सहित 9 स्थानों पर चलाया जा रहा है। आने वाले समय में इसे और अधिक क्षेत्रों में विस्तारित किया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक बालिकाएँ लाभान्वित हो सकें।
*कार्यक्रम का उद्देश्य और स्वरूप*
‘नींव - लड़कियां भागे सबसे आगे’ कार्यक्रम 9 से 12 वर्ष की ग्रामीण किशोरी बालिकाओं के आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाने के लिए 10 सप्ताह तक संचालित किया जाता है। इसमें बालिकाएं "पंच कोष" और "Zones of Growth" के सिद्धांतों के आधार पर नई आदतों का विकास करती हैं और नियमित रूप से दौड़ का अभ्यास करती हैं। कार्यक्रम के अंतर्गत बालिकाओं को टीम वर्क, संचार कौशल एवं नेतृत्व क्षमता का प्रशिक्षण दिया जाता है। जिससे वे 5 किलोमीटर दौड़ने की हिम्मत और शक्ति प्राप्त कर सकें।
*प्रशिक्षण प्रक्रिया और क्रियान्वयन*
इस कार्यक्रम के प्रभावी संचालन के लिए हमारी लाडो फाउंडेशन द्वारा कोच और शिक्षकों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न विद्यालयों से चयनित प्रशिक्षकों ने भाग लिया। इन प्रशिक्षकों को बालिकाओं के शारीरिक एवं मानसिक विकास से संबंधित गहन प्रशिक्षण दिया गया, ताकि वे बालिकाओं को उचित मार्गदर्शन प्रदान कर सकें।
*कार्यक्रम का विस्तार और भविष्य की योजना*
राजस्थान के विभिन्न ज़िलों—बारां, भीलवाड़ा, बालोतरा, बाड़मेर, जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। इसके साथ ही भारतीय सेना के सहयोग से इसे देशभर के विभिन्न सैन्य स्थलों पर भी लागू किया गया है। बालोतरा में कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के बाद इसे आसपास के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी विस्तारित करने की योजना बनाई जा रही है, ताकि अधिक से अधिक किशोरी बालिकाएं इस पहल से लाभान्वित हो सकें और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ सकें।
*समापन एवं विशेष आयोजन*
यह 10 सप्ताह का प्रशिक्षण अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) को 5 किलोमीटर दौड़ के साथ संपन्न होगा। जिसमें बालिकाएं अपनी हिम्मत, शक्ति और आत्मविश्वास का प्रदर्शन करेंगी। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
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